
स्वास्थ्य विभाग करेगा जिले को तंबाकू से मुक्त: सीएमओ
स्वास्थ्य विभाग करेगा जिले को तंबाकू से मुक्त: सीएमओ
तंबाकू का सेवन करने वाला व्यक्ति पूरे समाज को क्षति पहुंचाता है
तंबाकू से हो सकती है घातक बिमारी, यूपी में अधिक लोग करते हैं तंबाकू का सेवन
मंडल प्रभारी खलील अहमद की रिपोर्ट
अलीगढ़ : जनपद में तंबाकू का सेवन करने वाला व्यक्ति अपने परिवार तथा पूरे समाज को क्षति पहुंचाता है । यह प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह अपने आस-पास तंबाकू सेवन कर रहे लोगों को इसे छोड़ने के लिए प्रेरित करें । मानसिक स्वास्थ्य व तंबाकू नियंत्रण पर चल रहे कार्यक्रम में लोगों के सीएमओ ने यह बात कही।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि जनपद को तंबाकू मुक्त बनाने का हम सभी को संकल्प लेना चाहिए । इसके लिए प्रशासनिक व्यवस्था के साथ-साथ जन जागरूकता की आवश्यकता है जिले में जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ गठित है । उन्होंने कहा कि तंबाकू नियंत्रण एक्ट 2003 का जिले में प्रभावी अनुपालन कराया जायेगा । तंबाकू छोड़ने की इच्छा रखने वाले लोगों की काउंसलिंग के लिए 1800112356 टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, जिसमें सोमवार का दिन छोड़कर प्रत्येक दिन प्रातः 10:00 से साय 6: 00 तक सलाह मशवरा किया जा सकता है । उन्होंने कहा कि 18 साल से कम आयु का कोई व्यक्ति तंबाकू उत्पाद बेच नहीं सकता । यदि वह पकड़ा जाता है तो तंबाकू बेचने वाले व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई होगी ।
कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ खान चन्द ने बताया कि कोरोना काल में तंबाकू सेवन करने वाले लोगों को सर्वाधिक सुरक्षा की आवश्यकता महसूस की गयी ।तंबाकू सेवन करने वाले व्यक्ति का कैंसर से पीड़ित होने पर इलाज देश में तंबाकू के सेवन का कोई इतिहास नहीं मिलता है । इसे मात्र 400 साल पहले पुर्तगाली भारत में लेकर आते थे ।
मानसिक स्वास्थ्य विभाग की साइकोथैरिपिस्ट डॉक्टर अंशू एस सोम ने कहा कि मरीज़ जितना मानसिक रूप से प्रसन्न ओर मजबूत होगा वह सकारात्मक योगदानों के लिए उतना ही तैयार होगा । जो कि कैंसर के निदान के लिए अतिआवश्यक होता है । यह एक सकारात्मक रूप से उन्नत रणनीति या दृष्टिकोण उन्मुख मुकाबला रणनीति का एक उदाहरण है। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति पहचान सकता है कि कैंसर के निदान ने उन्हें जीवन में वास्तव में क्या मायने रखता है, जैसे कि उदाहरण के तौर पर स्तन कैंसर से बचे लोगों के साथ किए गए अनुसंधान प्राथमिक ने दिखाया है । कि कैंसर के निदान जैसे अत्यधिक तनावपूर्ण अनुभवों को लाभ की पहचान बढ़ाने के लिए रिकॉर्ड करके जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
क्या तंबाकू के सेवन को छोड़ना संभव है:
हां तम्बाकू सेवन को छोड़ना पूरी तरह से संभव है । समुचित परामर्श और सामाजिक सहयोग और मजबूत इच्छाशक्ति की इसमें प्रमुख भूमिका है । समय पर गंभीर रुप से आदि लोगों को डि-एडिक्शन प्रकिया में निकोटिन च्यूइंगम अथवा निकोटिन पैचस (निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी-एनआरटी) के अस्थाई उपयोग की जरूरत हो सकती है ।
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