
शिव मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा शिव से बड़ा कोई नहीं दूजा
शिव मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा शिव से बड़ा कोई नहीं दूजा
अलीगढ़। शिव मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा शिव से बड़ा कोई नहीं दूजा, शिव जी की भक्ति में आस्था का सैलाब जनपद में देखने को मिला। रामघाट रोड पर कांवडिय़ों की अनवरत लंबी श्रंखला चल रही है। हर-हर, बम-बम के जयकारे से पूरा माहौल गूंज उठा है। कांवड़ को भी आकर्षक ढंग से सजाया गया है तो कहीं, विशाल शिव की प्रतिमा है तो कहीं हाथ में गंगा जल लिए शिवालय की ओर शिव भक्त बढ़ चले हैं, शिव के गीत पर झूमते-नाचते सभी चल रहे हैं। कांवडिय़ों का जत्था ऐसा है कि मानों जैसे गंगा मां हिलोरे मार रही हैं, उत्साह और भक्ति का अनुपम संगम दिखाई दे रहा है तो वहीं कांवडिय़ों की सेवा के लिए शिवभक्त रामघाट रोड पर उतर पड़े हैं। महानगर में कदम-कदम पर शिविर लगाए गए हैं, यहां पर कांवडिय़ों के प्रसाद, विश्राम आदि की व्यवस्था की गई है। बुधवार मध्यरात्रि से शिवभक्त खेरेश्वरधाम, अचलेश्वर धाम और मंगलेश्वर धाम मंदिर में जलाभिषेक शुरू हो जाएगा, मंदिरों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आगरा, मथुरा आदि जिलों के शिव भक्त रामघाट, राजघाट और सांकरा आदि से गंगाजल लेकर प्रस्थान करने लगे हैं, रामघाट रोड इस समय शिवमय हो गया है। अतरौली से लेकर अलीगढ़ तक कांवडिय़ों की लंबी श्रंखला है। भगवा रंग में रंगे शिवभक्तों की भक्ति देखते ही बनती है, पांव में घुंघरू से रुनझुन-रुनझुन की आवाज आ रही है। सुरक्षा की दृष्टि से सीटी बजाते हुए कांवडिय़ा आगे बढ़ रहे हैं। महाशिवरात्रि के दिन शिवालय में पहुंचकर जलाभिषेक करना है। वहीं, कांवडिय़ा भगवा वस्त्र तो पहने हुए हैं, कांवड़ को भी भगवे रंग में रंग दिया है। हाथों में भगवा ध्वज उठाए हुए हैं, भगवा रंग के गुब्बारे लगे हुए हैं, कांवड़ की सुंदरता देखते ही बनती है।
खेरेश्वरधाम मंदिर समिति के अध्यक्ष ठा. सत्यपाल ङ्क्षसह ने बताया कि कांवडिय़ों के लिए मंदिर में विशेष सुविधाएं की गई हैं, 100 सेवादार लगाए गए हैं, जिससे शिवभक्तों को कोई दिक्कत न हो। तो वही अचलेश्वरधाम मंदिर में भी भव्य तैयारी की गई है, यहां भी मध्यरात्रि से जलाभिषेक शुरू हो जाएगा।
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