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Hapur News : पैंठा की सरकारी गौशाला में तड़प रही थी आधा दर्जन गायें, कमिश्नर से शिकायत पर हरकत में आया प्रशासन

Hapur News : पैंठा की सरकारी गौशाला में तड़प रही थी आधा दर्जन गायें, कमिश्नर से शिकायत पर हरकत में आया प्रशासन

पैंठा की सरकारी गौशाला में तड़प रही थी आधा दर्जन गायें


कमिश्नर पर पहुंची शिकायत, हरकत में  आया प्रशासन

गौशाला पहुंचकर चिकित्सकों की टीम ने किया इलाज


हापुड़ न्यूज़ ब्यूरो चीफ भानुप्रकाश शर्मा


 मथुरा । सरकारी गौशालाओं में गोवंश की दुर्दशा हो रही है और आए दिन भूख प्यास से गोवंश काल का ग्रास बनते जा रहीं हैं। इस पर जिला प्रशासन पूरी तरह से निष्क्रीय  दिखाई दे रहा है। बीती देर सायं गोवर्धन ब्लाक के गांव पैंठा में भी सरकारी गौशला में आधा दर्जन गायें तड़प तड़प रहीं थी। ग्रामीणों ने जब इसकी शिकायत कमिश्नर से की तो तब जिम्मेदार अधिकारी गौशाला पहुंचे। चिकित्सकों की टीम ने गौशाला में उपचार किया।
ग्रामीणों ने बताया कि जनपद की तहसील गोवर्धन के गांव पेठा में संचालित सरकारी गोशाला में  प्रतिदिन आधा दर्जन से अधिक गोवंश भूख प्यास से दम तोड़ रहे हैं। शुक्रवार देर शाम भूख से तड़प-तड़प कर चार गोवंश की मौत हो गई। छः गोवंश अभी भी तड़प रहे हैं। इस ओर जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
ग्रामीणों ने कमिश्नर को फोन कर सूचना दी, तो उसके बाद जिला प्रशासन हरकरत में आया। आनन फानन में पशु चिकित्सकों की टीम यहां पहुंची। तड़पती गोवंश को एनर्जी इंजेक्शन लगाकर उपचार शुरू किया है। ग्रामीणों ने बताया गोशाला संचालन की जिम्मेदारी सचिव और प्रधान की है। लेकिन वह व्यवस्थाओं की ओर ध्यान नहीं देते। प्रतिदिन गोवंश भूख प्यास से दम तोड रहे हैं। पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया गोशाला की जिम्मेदारी सचिव और प्रधान की है। हम बीमार गोवंश को उपचार देने के लिए आए हैं।
गांव के लोगों का कहना है कि कई बार इस मामले को लेकर अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है। लेकिन शिकायतों पर कोई भी अमल नहीं किया जाता है।
गोवंश की हो रही लगातार मृत्यु को अनदेखा किया जा रहा है। जो की सरकारी गौशालाओं को संचालित करने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान की है। लेकिन वह इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा है।

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